Category Archives: राजस्थान की कला एवं संस्कृति

इस वेबसाइट RAJGKTOPIC व इस केटेगरी में आपको राजस्थान की कला एवं संस्कृति : rajasthan art and culture के सभी टॉपिक उपलब्ध होंगे जिसको आप पढ़ सकते हो।

Rajasthan gk : राजस्थानी लिपि एवं भाषा : (Rajasthani script and language)

राजस्थानी लिपि एवं भाषा राजस्थानी भाषा व लिपि महत्वपूर्ण भाषाओ व लिपियों में से एक है। भावों और विचारों को व्यक्त करने वाले चिह्नों, रेखाओं, चित्रों आदि को लिपि कहा जाता है । इस प्रकार भाषा को अंकित करने। (लिखने) की रीति लिपि कहलाती है। दूसरे शब्दों में भाषा की लिखित अभिव्यक्ति के स्वरूप को… Read More »

Rajasthan gk : राजस्थान की प्रमुख भाषा एवं बोलियाँ : (Major Languages ​​and Dialects of Rajasthan)

राजस्थानी भाषा का उद्गम व विकास राजस्थानी भाषा के उद्भव एवं विकास का गौरवमयी इतिहास है। राजस्थानी भाषा की उत्पत्ति सौरसेनी भाषा के गुर्जर अपभ्रंश से मानी जाती है। कुछ विद्वान इसे नागर अपभ्रंश से उत्पन्न हआ भी मानते हैं। राजस्थान के निवासियों की मातृभाषा राजस्थानी है। भाषा विज्ञान के अनुसार राजस्थानी भारोपीय भाषा परिवार… Read More »

राजस्थान के प्रमुख पर्व और त्यौहार : भारत के प्रमुख त्यौहार : Major Festivals of Rajasthan

 राजस्थान के प्रमुख पर्व और त्यौहार : (Important Festivals of Rajasthan) हमारा देश त्योहारों का देश है पुरे विश्व की सर्वाधिक त्योहार भारत में मनाये जाते है जिसमे राजस्थान अपने पर्वो व त्योहारों में विशेष स्थान रखता है प्रत्येक त्यौहार की अपना मान्यता होती है। मानवीय पर आधारित ऐसे त्योहारों को मनाते रहने की परम्परा हमारे… Read More »

राजस्थान की लोक कलाएँ : Folk Arts of Rajasthan

राजस्थान की लोक कलाएँ (Folk Arts of Rajasthan) राजस्थान की लोक कलाओ ने विश्वभर में अपनी एक पहचान बनाई है। किसी विशेष क्षेत्र की लोक अथवा सामान्य जन की कला लोक कला कहलाती है। वस्तुओं की सहायता से अपने सुन्दरतम रूप में प्रस्तुत होती है तो वह लोककला का स्वरूप ग्रहण करती है। लोककलाएँ जहाँ… Read More »

राजस्थान के प्रमुख लोक नृत्य : Major folk dances of Rajasthan : Rajasthan GK

राजस्थान के प्रमुख लोक नृत्य सम्पूर्ण राजस्थान में लोक नृत्य यहां के लोगो के जीवन का अभिन्न अंग होते हैं। जो पूर्ण आनंद व उमंग से भरकर सामूहिक रूप से किया जाता है। इन्हे लोकनृत्य इसलिए कहलाते हैं कि ये आमजन के है, सरल हैं एवं जनजीवन की हँसी-खशीन हासविलास के साथ जुड़े हुए हैं।… Read More »

राजस्थान की प्रमुख लोक देवियां : rajasthan ki lok deviyan : Rajasthan gk

राजस्थान की प्रमुख लोक देवियां करणी माता (बीकानेर) कैला देवी (करौली) जीण माता (सीकर) जमुवाय माता   शिला देवी (अन्नपूर्णा ) आमेर आई जी माता, बिलाड़ा (जोधपुर) राणी सती (झुंझुनू) शीतला माता, चाकसू (जयपुर) सकराय माता सच्चिका माता आवड़ माता (जैसलमेर) स्वांगियाजी (जैसलमेर) अम्बिका माता पथवारी माता सुगाली माता सुंडा( सुंधा) माता त्रिपुर सुन्दरी दधिमति माता  वीरातरा माता… Read More »

राजस्थान के लोक देवता : Rajasthan ke lok devta

राजस्थान के लोक देवता 1. पाबूजी  2. गोगाजी  3. रामदेवजी 4. तेजाजी 5. देवनारायण जी 6. हड़बूजी 7. मेहाजी मांगलिया 8. कल्ला जी 9. मल्लिनाथ जी  10. देव बाबा 11. मामादेव 12. तल्ली नाथ जी 13. आलम जी 14. वीर बग्गाजी 15. भूरिया बाबा (गोमतेश्वर ) 16. वीर फत्ता जी 17. बाबा झुंझार जी 18.… Read More »

राजस्थान के लोक गीत : (Rajasthan ke Lok Geet)

(राजस्थान के लोक गीत) राजस्थान के विशेष जनसमुदाय द्वारा गाए जाने वाले परम्परागत गीत ही लोकगीत हैं । लोक गीत लोक समुदाय की धरोहर है। ये दश की संस्कृति के रक्षक हैं ।इन गीतों के साथ हमारा अटूट संबंध है। यह लोक गीत सब लोगो के हृदय को छूने वाले गीत है। चलो आज इन… Read More »

राजस्थान के प्रमुख आभूषण : – (Rajasthan ke pramukh aabhushan)

राजस्थान के प्रमुख आभूषण : (Major jewelry of Rajasthan) अपने शरीर को सुंदर और आकर्षक दिखने के लिए स्त्रियों और पुरुषो द्वारा आभूषण पहने जाते है। आभूषण सौन्दर्य  बढ़ाता है। प्राचीन सभय्ता से ही आभूषण पहनने की परम्परा रही है जो आज तक चली आ रही है। प्राचीन समय में चमकीले पत्थर व मणियों से… Read More »

राजस्थान के प्रमुख संग्रहालय : | (Rajasthan Ke Pramukh Sangrahalaya Hindi)

राजस्थान के प्रमुख संग्रहालय :(Major museums of Rajasthan) (1) राजपूताना म्यूजियम ,अजमेर — अजमेर के ऐतिहासिक दुर्ग अकबर का किला (मैगजीन) में इस म्यूजियम की स्थापना की गई और 19 अक्टूबर 1908 को राजपूताना में गवर्नर जनरल के एजेंट (AGG) श्री कॉल्विन द्वारा इसका विधिवत रूप से उद्घाटन किया गया। (2) प्रिंस अल्बर्ट म्यूजियम, जयपुर… Read More »