Tag Archives: RAJASTHAN

राजपूतों का उदय : राजपूतों का आधिवासन एवं उत्पत्ति : origin of rajputs : राजपूतों का उदय

राजपूतों का अधिवासन राजपूतों की उत्पत्ति (Origin of Rajputs) 1. राजपूतों की विदेशी उत्पत्ति के पक्षकार : प्रसिद्ध इतिहासकार कर्नल जेम्स टॉड ने राजपूतों को विदेशी शक एवं सीथियन जातियों की संतान बताया है। वे अपने पक्ष में राजपूतों में प्रचलित बहुत से रीति-रिवाजों को प्रमाणस्वरूप उद्धृत करते हैं जो शक जाति के रीति-रिवाजों से साम्यता… Read More »

राजस्थान जिला दर्शन (प्रतापगढ़) : प्रतापगढ़ जिला दर्शन : Rajasthan jila darshan

प्रतापगढ़ जिला दर्शन : प्रतापगढ़ जिले की सम्पूर्ण जानकारी    प्रतापगढ़ को 1699 ई. में महारावल प्रतापसिंह ने बसाया। प्रतापगढ़ राजस्थान का सबसे नवीन जिला है। प्रतापगढ़ का क्षेत्र काँठल कहलाता है। प्रतापगढ़ के शासक सूर्यवंशी क्षत्रिय थे जो मेवाड़ के गुहिल वंश की सिसोदिया शाखा से थे। इन्हें ‘महारावत’ कहा जाता था। प्रतापगढ़ आदिवासी जनजातियों बहुल… Read More »

राजस्थान जिला दर्शन (भरतपुर) : भरतपुर जिला दर्शन : Rajasthan jila darshan

भरतपुर जिला दर्शन : भरतपुर जिले की सम्पूर्ण जानकारी  भरतपुर में शासन जाटों का था। जाट वंश का वास्तविक संस्थांपक बदन सिंह को माना जाता है। बदन सिंह ने भरतपुर के डींग महलो का निर्माण करवाया। डींग को जलमहलो की नगरी कहा जाता है। बदन सिंह के बाद भरतपुर का शासक सूरजमल हुआ इन्होने सन् 1733… Read More »

राजस्थान जिला दर्शन (बाँसवाड़ा) : बाँसवाड़ा जिला दर्शन : Rajasthan jila darshan

बाँसवाड़ा जिला दर्शन : बाँसवाड़ा जिले की सम्पूर्ण जानकारी  बाँसवाड़ा राज्य की नींव महारावल उदयसिंह के पुत्र महारावल जगमालसिंह ने डाली थी। इसका नाम इस क्षेत्र में प्रचुरता से पाये जाने वाले पेड़ बांस (बानी) व बांसिया भील द्वारा बसाये जाने के कारण पड़ा है। बाँसवाड़ा राज्य वागड़ (प्राचीन दूंगरपुर राज्य) का पूर्वी हिस्सा है। इसका अर्थ… Read More »

राजस्थान जिला दर्शन (नागौर) : नागौर जिला दर्शन : Rajasthan jila darshan

नागौर जिला दर्शन : नागौर जिले की सम्पूर्ण जानकारी  प्राचीनकाल में अहिछत्रपुर के नाम से विख्यात नागौर जांगलदेश व सपादलक्ष (शाकंभरी) के चौहानों की राजधानी रहा था 1570 ई. में अकबर ने अजमेर जियारत कर सीधे नागौर जाकर अपना दरबार लगाया, जहाँ मारवाड़ के अधिकांश शासकों ने उसकी अधीनता स्वीकार की थी। अत: मारवाड़ की… Read More »

राजस्थान जिला दर्शन (टोंक) : टोंक जिला दर्शन : Rajasthan jila darshan

टोंक जिला दर्शन : टोंक जिले की सम्पूर्ण जानकारी राजस्थान के लखनऊ नाम से विख्यात टोंक के बारे में प्राचीन अभिलेख के अनुसार अकबर के शासनकाल में जयपुर रियासत के राजा मानसिंह ने भोला नाम के ब्राह्मण को टोकरा के 12 गाँव भूमि के रूप में स्वीकृत किए जिसने इन ग्रामों के समूह को मिलाकर टोंक… Read More »

राजस्थान लोक नृत्य के 50 महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर : राजस्थान लोक नृत्य प्रश्नोत्तर : Rajasthan ke lok Nritya Important Questions.

इस पोस्ट के राजस्थान के लोक नृत्य के 50 महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर (50 Important Questions and Answers of Rajasthan Lok nritya) (Rajasthan gk quiz) दिए गए है जो आपके राजस्थान में सभी प्रतियोगी परीक्षाओ में महत्वपूर्ण होंगे। और आपकी तैयारी को बेहतर बनाएगे। नीचे दिए गए प्रश्नो के उतर पर क्लिक कीजिये और उनके सही उतर का पता लगाइये।… Read More »

राजस्थान के प्रमुख लोक नृत्य : Major folk dances of Rajasthan : Rajasthan GK

राजस्थान के प्रमुख लोक नृत्य सम्पूर्ण राजस्थान में लोक नृत्य यहां के लोगो के जीवन का अभिन्न अंग होते हैं। जो पूर्ण आनंद व उमंग से भरकर सामूहिक रूप से किया जाता है। इन्हे लोकनृत्य इसलिए कहलाते हैं कि ये आमजन के है, सरल हैं एवं जनजीवन की हँसी-खशीन हासविलास के साथ जुड़े हुए हैं।… Read More »

राजस्थान जिला दर्शन (पाली) : पाली जिला दर्शन : Rajasthan jila darshan

पाली जिला दर्शन : पाली जिले की सम्पूर्ण जानकारी पाली इतिहास के प्रसिद्ध दानी भामाशाह (प्रताप के साथी) की जन्म स्थली रहा है। इस जिले के प्राचीन काल में गुर्जर प्रदेश के नाम से जाना जाता था। पाली का प्राचीन नाम पालिका भी था पाली का कुल क्षेत्रफल: 12,387 वर्ग किमी है। नगरीय क्षेत्रफल – 379.56… Read More »

राजस्थान जिला दर्शन (जयपुर) : जयपुर जिला दर्शन : Rajasthan jila darshan

जयपुर जिला दर्शन : जयपुर जिले की सम्पूर्ण जानकारी भारत का पेरिस’, ‘दूसरा वृन्दावन’ व ‘गुलाबीनगर’ (Pinkcity) के नाम से प्रसिद्ध जयपुर नगर का निर्माण महाराजा सवाई जयसिंह द्वितीय द्वारा 18 नवम्बर, सन् 1727 विद्याधर भट्टाचार्य के निर्देशन में करवाया। जयपुर, राजस्थान का नगर है, जिसको नक्शों के आधार पर बसाया गया। जयपुर की नींव… Read More »