Tag Archives: Rajasthan jila darshan pdf

राजस्थान की वन एवं वनस्पति के 50 महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर : राजस्थान की वन एवं वनस्पति Quiz : 50 important questions and answers of forests and vegetation of Rajasthan

राजस्थान की वन एवं वनस्पति के 50 महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर : राजस्थान की वन एवं वनस्पति Quiz : 50 important questions and answers of forests and vegetation of Rajasthan , इस पोस्ट में राजस्थान की वन एवं वनस्पति के 50 महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर : राजस्थान की वन एवं वनस्पति Quiz : 50 important questions and answers of forests and vegetation of Rajasthan (Rajasthan gk quiz) दिए गए है जो आपके राजस्थान में सभी प्रतियोगी परीक्षाओ में महत्वपूर्ण होंगे। और आपकी तैयारी को बेहतर बनाएगे। नीचे दिए गए प्रश्नो के उतर पर क्लिक कीजिये और उनके सही उतर का पता लगाइये।

राजस्थान जिला दर्शन (कोटा) : कोटा जिला दर्शन : Rajasthan jila darshan

कोटा जिला दर्शन : कोटा जिले की सम्पूर्ण जानकारी   राजस्थान की औद्योगिक नगरी, राजस्थान के कानपुर एवं शैक्षिक नगरी के रूप में विख्याता। प्रारंभिक शासक कोटिया भील नाम पर इसका नाम कोटा पड़ा। बूंदी के हाड़ा शासक समरसिंह व उसके पुत्र जैत्रसिंह ने कोटिया भील को पराजित कर कोटा प्रदेश को अपने राज्य में मिला लिया… Read More »

राजस्थान जिला दर्शन (झुंझुनूं ) : झुंझुनूं जिला दर्शन : Rajasthan jila darshan

झुंझुनूं जिला दर्शन : झुंझुनूं जिले की सम्पूर्ण जानकारी राव शेखा (1433-88) की जन्म स्थली ‘शेखावाटी’ क्षेत्र आज राजस्थान की ‘Open Air Art Gallery’ (कला दीर्घा) के नाम से विख्यात है। यहाँ की हवेलियाँ Fresco Paintings’ के लिए प्रसिद्ध हैं। यह क्षेत्र मारवाड़ी व्यवसायियों की जन्म स्थली है, जो एक शताब्दी से भी अधिक समय से… Read More »

राजस्थान जिला दर्शन (करौली ) : करौली जिला दर्शन : Rajasthan gk

करौली जिला दर्शन : करौली जिले की सम्पूर्ण जानकारी  करौली की स्थापना यदुवंशी शासक अर्जन सिंह ने की, उस समय इसका नाम कल्याण पुर था। करौली राजस्थान का 32 वाँ जिला 19 जुलाई ,1997 को सवाई माधोपुर से अलग करके बनाया गया। करौली के यदुवंश के शासन की स्थापना विजयपाल द्वारा 1040 ई.में की गई थी।… Read More »

राजस्थान जिला दर्शन (प्रतापगढ़) : प्रतापगढ़ जिला दर्शन : Rajasthan jila darshan

प्रतापगढ़ जिला दर्शन : प्रतापगढ़ जिले की सम्पूर्ण जानकारी    प्रतापगढ़ को 1699 ई. में महारावल प्रतापसिंह ने बसाया। प्रतापगढ़ राजस्थान का सबसे नवीन जिला है। प्रतापगढ़ का क्षेत्र काँठल कहलाता है। प्रतापगढ़ के शासक सूर्यवंशी क्षत्रिय थे जो मेवाड़ के गुहिल वंश की सिसोदिया शाखा से थे। इन्हें ‘महारावत’ कहा जाता था। प्रतापगढ़ आदिवासी जनजातियों बहुल… Read More »

राजस्थान जिला दर्शन (चितौड़गढ़) : चितौड़गढ़ जिला दर्शन : Rajasthan jila darshan

चितौड़गढ़ जिला दर्शन : चितौड़गढ़ जिले की सम्पूर्ण जानकारी    चितौड़गढ़ शूरवीरो का शहर राजस्थान के इतिहास में सर्वाधिक शौर्य का प्रतीक लम्बे समय तक मेवाड़ की राजधानी रहा है। इसे महाराणा प्रताप का गढ़ और जोहर का गढ़ भी कहा जाता है। यहाँ का इतिहास रणबाँकुरे राजपूतों के शौर्य एवं उनकी स्त्रियों के जौहर की गाथाओं… Read More »

राजस्थान जिला दर्शन (हनुमानगढ़) : हनुमानगढ़ जिला दर्शन : Rajasthan jila darshan

हनुमानगढ़ जिला दर्शन : हनुमानगढ़ जिले की सम्पूर्ण जानकारी   जैसलमेर के भाटी वंशीय शासक भूपत ने 288 ई. में घग्घर नदी के किनारे भटनेर दुर्ग की स्थापना कर ‘भटनेर’ पर अपना शासन कायम किया। सन् 1805 ई. बीकानेर के शासक सूरत सिंह ने भाटियों को हराकर पुन ‘भटनेर’ पर अपना आधिपत्य कायम किया। विजय के दिन… Read More »

राजस्थान जिला दर्शन (डूंगरपुर) : डूंगरपुर जिला दर्शन : Rajasthan jila darshan

डूंगरपुर जिला दर्शन : डूंगरपुर जिले की सम्पूर्ण जानकारी  डूंगरपुर को पहाड़ों की नगरी कहा जाता है। राजस्थान निर्माण के समय यह राजस्थान का सबसे-छोटा जिला था। डूंगरपुर राज्य का पुराना नाम ‘वागड़’ है जो गुजराती भाषा के ‘वगड़ा’ शब्द से मिलता हुआ है। इसका अर्थ जंगल होता है। प्राचीन ‘वागड़’ प्रदेश में वर्तमान डूंगरपुर और… Read More »

राजस्थान जिला दर्शन (भीलवाडा) : भीलवाडा जिला दर्शन : Rajasthan jila darshan

भीलवाडा जिला दर्शन : भीलवाडा जिले की सम्पूर्ण जानकारी  भीलवाड़ा में सिक्के ढालने की टकसाल थी जिसमें ‘भिलाडी’ नामक सिक्के ढाले जाते थे इसलिए इस क्षेत्र का नाम भीलवाडा पड़ा।राजस्थान का यह जिला ‘आयताकार’ आकृति का है। पाषाणकालीन सभ्यताओं के पुरास्थलों यथा बागोर, ओझियाना, हुरड़ा आदि की थाती को समेटे हुए भीलवाड़ा जिला राज्य की अर्थव्यवस्था… Read More »

राजस्थान जिला दर्शन (भरतपुर) : भरतपुर जिला दर्शन : Rajasthan jila darshan

भरतपुर जिला दर्शन : भरतपुर जिले की सम्पूर्ण जानकारी  भरतपुर में शासन जाटों का था। जाट वंश का वास्तविक संस्थांपक बदन सिंह को माना जाता है। बदन सिंह ने भरतपुर के डींग महलो का निर्माण करवाया। डींग को जलमहलो की नगरी कहा जाता है। बदन सिंह के बाद भरतपुर का शासक सूरजमल हुआ इन्होने सन् 1733… Read More »